Thursday, November 20, 2014

Fentency शादी का हंगामा--2

Fentency

 शादी का हंगामा--2


 तब नीलेश ने दो तीन तेज़ धक्के उसके मुँह पर मरे और फीर झरने लगा. Urmila लंड के पनि को मुँह मैं लेटी रही और फीर जब नीलेश ने लंड उसके मुँह से बहार निकला तू वह बहुत खुश नज़र आ रही थी.
नीलेश मेरी बगल मैं मुझसे सैट कर बैठे और Urmila को अपनी गोद मैं भिथा मेरी चुद्ती चूत को देख फीर अपने दोस्त से बोले, “हाँ अब तू सही चोदा रह है. चोदा साली को जितना चोदा सके.” और फीर नीलेश Urmila से बात करने लगे.
उन्दोनो की बात मुझे साफ सुनायी दे रही थी. नीलेश ने Urmila को दोनो चूचियों को सहलाते हुवे धीरे से उससे पूछा, “यार तुम्हे मज़ा आया ना.”
“हाँ रजा बहुत मज़ा आया. बहुत दिनों से चुदवाने को सोच रही थी पर दर लगता था, आज तू घर मैं ही आर्जो पूरी हो गयी.”
फीर नीलेश ने उसे अपने मुँह पर बिठाया और उसकी चूत चाटने लगे. इधर राजेश ने स्पीड तेज़ कर दी थी और मैं समझ गयी की अब वह झरने वाला है. मैं निचे से अपनी गांड उछल उछल हाय हाय करती उससे बोली, “हाय रजा और तेज़ चोदाओ हाय रजा मेरे यार लंड मेरे मुँह मैं झरना, हाय तुम्हारे लंड का पानी पियोंगी हाय.”
फीर ५-६ धक्के और मारकर उसने अपना लंड मेरी चूत से निकल मेरे मुँह मैं डाला और फल से झरने लगा. नया माल था देर तक झर फीर लंड बहार निकल बगल मैं लेट हांफने लगा. मैं भी थोरी देर सुस्तायी फीर अपने नीलेश को देखा तू वह Urmila की चूत से मुँह हटा उसे ऊँगली से चोदा रहे थे. मैं हाथ बढ़कर नीलेश का लंड टटोला तू वह फीर खरा था. मैं समझ गयी की अब उर्मी चुदेगी.
तभी वह दोनो अलग हुवे तू Urmila मेरे पास आयी और अपने नीलेश से चूड़ी मेरी चूत देख मुस्कराते हुवे झुकी और मेरी चूत को चाट और फीर बोली, “हाय यह चूत मेरी नीलेश की पहली चूत है. इस चूत को मेरे नीलेश ने चोदाअ है हाय.” और फीर अपने नीलेश के पास जा उनके झरे लंड को पाकर प्यार से देखा फीर मुँह मैं लेकर चाता और फीर मुझसे बोली, “Priyanka इस बार मेरे नीलेश तुमको चोदा पाये या नही?”
“अरे यार इस बार तू मज़ा आ गया. अब तू तुम अपने नीलेश से चुद्वाकर मस्त हो जोगी. यार क्या बताये रोज़ रोज़ आ नही पाऊँगी वर्ना मैं तू रोज़ तुम्हारे नीलेश का लंड अन्दर करवाती.”
तब वह अपने नीलेश से बोली, “अपको कैसी लगी इसकी चूत?”
“अरे बड़ी मजेदार है. यार तू जल्दी से एक बार नीलेश से चुद्वाकर अपनी चूत खुलवा ले फीर मैं तुझे रोज़ चोदाउन्गा.”
“हाँ नीलेश मैं भी जाने कब से चुद्वाना चाह रही थी. आज तू मज़ा आ गया हाय अब मुझे चुद्वैये नीलेश. ऊओह्ह्ह् आपके दोस्त का लंड बहुत प्यारा है. बहुत लम्बा और मोटा मुँह मैं नही जा रह था. अआछ नीलेश इनको जब भी मौका लगे घर पर लाना.”
“हाँ उर्मी अब तू चुद्वा ले जल्दी से.”
फीर मैंने राजेश से कहा, “नीलेश आप ज़रा अपनी Cousin की चूत को चाट कर देखिए तू.”
वह फौरन अपनी Cousin को लिटा उसके पैर फैला उसकी कुंवारी चूत को चाटने लगा. वह अपने नीलेश से चात्वती हाय हाय करने लगी.
मैं अपने नीलेश की गोद्म मैं बैठी दोनो को देख रही थी. ५
मिनट बाद वह अपने Cousin को हटती बोली, “हटो नीलेश अब अपने दोस्त को बोलो की मुझे चोदाए वर्ना मैं मर जाउंगी.”
तब उसने नीलेश से कहा, “आओ यार अब तू इसको चोदा ही दो.”
फीर जब नीलेश अपना लंड उसकी चूत परा लगाने लगे तू उसने अपनी Cousin की चूत को अपने हाथ से खोलते हुवे लंड को ठीक से छेड़ पर लगवाया फीर जब नीलेश ने धीरे धीरे पूरा पेल दिया तू मैं बोली, “Urmila पहली बार चुद रही हो ज़रा दर्द होगा फीर मज़ा आएगा.”
अब नीलेश ने स्लोव मोशन मैं चुदाई स्टार्ट की तू मैं नीलेश के दोस्त की गोद मैं बैठ अपनी चूचियों पर उसके हाथ को रख देखने लगी. वह भी मेरी चूचियों को मसलते हुवे अपनी Cousin की चुदाई देखने लगा. मैं उसके लंड को धीरे धीरे सहला रही थी.
अब नीलेश ने चुदाई तेज़ कर दी थी और वह ज़ोर ज़ोर से सिसकी लेटी चुद्वा रही थी. मैं दोनो की चुदाई देख राजेश से बोली, “आपकी Cousin तू बहुत ठीक से चुद्वा रही है. हाय मेरे नीलेश तू mast हो गए हैं. हाय देखिए कैसे गांड उछल उछल चुद्वा रही है.”
“हाँ सछ कहती हो मैं तू अभी तक इस मज़े को चख ही नहा पाया था. आज तुमको चोदाकर पता चला चोदाने मैं कितना मज़ा आता है.”
“अब रोज़ अपनी Cousin को चोदाकर इस मज़े को लीजियेगा. नीलेश तू मुझे रोज़ चोदाते हैं. रात भर नीलेश मुझे अपनी बीवी बाना मेरे साथ होनेय्मूं मनाते हैं और दीन मैं नीलेश बन जाते हैं. जिस दीन पापा और मुम्म्य दोनो घर पर नही होते तू फीर दीन मैं भी मेरी ज़बर्दस्त चुदायी होती है.”
“आजकल हमारे घर भी कोई नही है केवल मैं Urmila हैं. हमलोग भी चुदाई करेंगे.”
उधर नीलेश शायद अब झरने वाले थे और नीलेश ने Urmila को कसकर जकड लिया था. मैं नीलेश से बोली, “नीलेश इसके मुँह मैं झरो.”
फीर नीलेश ने लंड उसकी चूत से निकला और उसके मुँह के पास लाए और तेज़ी से धर के साथ झरने लगे. Urmila के पूरे मुँह पर लंड का पानी गिर रह था. Urmila क ईक तरफ मैं बैठी थी और दूसरी तरफ उसका बड़ा Cousin. वह नीलेश के झरते लंड को मुँह मैं ले चाटने लगी और फीर जब नीलेश लंड उसके मुँह से निकल अलग हुवे तू मैं Urmila के पूरे मुँह को चाट चाट अपने नीलेश के लंड के पानी का मज़ा लेने लगी.
इस मज़े दार चुदाई के बाद हमसब लोग बैठ गए तू नीलेश ने Urmila को अपनी गोद मैं ले उसकी चूचियों को पाकर दबाते हुवे अपने दोस्त से कहा, “यार तेरे घर पर ही इतना mast माल है और तुने अभी तक इसे चोदाअ भी नही. देख मैंने तू अपने घर का माल घर पर ही चोदा लिया. अब रात भर तू अपनी Cousin को चोदाना. कल फीर आऊंगा तू तुम मेरी Cousin Priyanka को चोदाकर चूत का तस्ते बदलना.”
फीर हमदोनों ने अपने कप्रे पहने और घर वापस आने लगे तू Urmila अपने Cousin से लिपट बोली, “हाय Priyanka तू अब अपने नीलेश से रात भर मज़ा लेगी हाय मुझे तुम्हारे नीलेश बहुत अछे लगे हैं.”
“यार कहॉ मज़ा ले पाऊँगी रात मैं. साले मेहमान जा ही नही रहें है. यार मॅन तू कर रह है की यही रूक जू और तेरे नीलेश से चुद्वाती रहूँ.”
“तू रूक जाओ ना. मुझे भी मज़ा आजायेगा. राजेश नीलेश तू घर के हैं जब चाहो लंड घुसा लो पर तेरे नीलेश कहॉ रोज़ रोज़ मिलेंगे.”
अब राजेश भी आगे आया और मेरी चूचियों को पाकर मेरे नीलेश से बोला, “यार रूक जा ना. हमारे घर पर भी आज कल कोई नही है. यार रूक जा तू रात भर मज़ा लिया जाएगा. घर पर फ़ोन करके बता दो ना.”
तब नीलेश ने घर पर मुम्म्य को फ़ोन करके बताया तू मुम्म्य ने इज़ाज़त दे दी. यह सुन हमसब खुश हो गए. अब तक शाम हो रही थी. Urmila खुश होते बोली, “नीलेश हम दोनो खाना बाना लेते हैं फीर खा पीकर रात का मज़ा लेते हैं.”
फीर वह दोनो कित्चें मैं घुस गयी और हम दोनो रूम मैं टीवी देखने लगे. ८ बजे तक डॉन वन खाना बाना लिया और हमसब खा पीकर ९ बजे तक फ्री होगये तू Urmila बोली, “आप दोनो चलिये हम लोग अभी आते हैं.”
फीर वह मुझे अपने रूम मैं लेकर आयी. उसने अपनी वार्द्रोबे से दो बहुत ही झीने कप्रे की तिघ्त शर्ट और मिनी स्किर्ट निकली. हम डॉन वन वह पहनी और फीर मके-उप कीया और एक नशीली सेक्ष्य् परफ्यूम लगाकर इठलाते हुवे वापस आये. रूम मैं आते ही दोनो की नज़रें हमपर पडी तू उनके मुँह खुले रह गए.
नीलेश बोले, “हाय हाय क्या बात है. तुम दोनो तू इन कप्रों मैं कितनी सेक्ष्य् लग रही हो.”
“हाँ यार दोनो कितनी खूबसूरत हैं. मैंने तू आज पहली बार अपनी Cousin को इतनी खूबसूरत पाया है.”
Urmila अपने Cousin की बात सुन मुस्कराती हूई बोली, “नीलेश मैं तू पहले भी इतनी ही खूबसूरत थी आपने कभी मुझे ठीक से देखा ही नही.”
“साली तू मुझे पहले दिखाती ही नही थी वर्ना तेरी तू मैं चोदा चोदाकर फैला देता.”
“नीलेश अब फैलाओ ना. आओ चोदाओ अपनी खूबसूरत Cousin को.” वह में ऊर देख बोला, “हाय समझ मैं नही आ रह की किसे चोदाए. तुम दोनो ही बहुत mast लग रही हो. तुम्ही बताओ उर्मी तुम किस्से चुद्वोगी?”
“नीलेश जो चाहे चोदाए मुझे. मुझे तू बस चुद्वाना है.” मैं उनकी बात सुन बोली, “Urmila ऐसा कर मैं अपने Cousin से चुद्वाती हूँ और तू अपने Cousin से चुद्वाले क्योंकी तू मेरे नीलेश से तू चुद्वा चुकी है. एक बार अपने नीलेश का लंड खाकर देख कैसा है.”
तब वह अपने Cousin के पास गयी तू उसने उसे गोद मैं उठा बेद पर लिटाया और उसका स्किर्ट ऊपर कर अपने मुँह को उसकी चूत पर रख दिया. अब मुझे भी नीलेश ने Urmila की बगल लिटाया और मेरा स्किर्ट ऊपर कर मेरी चूत पर झुक गए. अब दोनो दोस्त अपनी अपनी Cousin की चूत को चाट रहे थे.
तभी राजेश ने मेरी शर्ट के बटन खोल दोनो चूचियों को नंगा कीया और मेरी एक चूची पाकर ली. मेरी दूसरी चूची को नीलेश ने अपने हाथ मैं ले लिया. मैंने हाथ आगे कर Urmila की शर्ट खोल दी. हमदोनों के मुँह से सिस्कारी निकल रही थी. तभी नीलेश ने जीभ को मेरी चूत मैं दाल दिया और कच कच चूत को जीभ से चोदाने लगे. घर पर नीलेश ऐसे ही मुझे झारते थे. यहाँ भी यही हुवा. ३०-३५ बार ही जीभ पली होगी की मैं हाय हाय कर झरने लगी.
मैं झर रही थी तू Urmila ने मेरी ऊर देखते कहा, “हाय Priyanka क्या हुवा?”
“आह मज़ा आ गया नीलेश ने एक पानी निकल दिया मेरा. अब चुदवाने मैं मज़ा आयेगा.”
“अआह्छ मेरी नही झारी हाय यार मेरी भी झारवा देना. मेरे नीलेश अभी चाटना नही जानते वर्ना मेरी भी झर जति.”
तब मैं उसकी चूत के पास गयी और उसके Cousin के सर पर हाथ फेरती बोली, “नीलेश ऐसे नही अब इसकी चूत मैं अपनी जीभ डालकर जीभ से चोदाओ इसकी तू यह झर जायेगी. एक बार झारकर चोदाइयेगा तू इसको भी बहुत मज़ा आएगा और आपको भी.”
तब वह मेरे बताये तरीके से अपनी Cousin की चाटने लगा. और ६-७ मिनट बाद ही Urmila हाय हाय करती अपने Cousin के मुँह पर झरने लगी. मैं उसकी चूत को झरते देख उसके Cousin के साथ साथ उसकी चूत का पानी चाटने लगी. दो जीभ पा वह mast हो गयी. वह झरने के बाद कुछ नॉर्मल हो अपने Cousin को देख मुस्काती बोली, “नीलेश आप तू एक ही दीन मैं सब कुछ सीख गए हैं.”
“तुब ही तू पहली बार मैं ही सीख गयी.”
“हाँ नीलेश असली काम तू लड़को का होता है. उनको ही लड़कियों को ठण्डा करमा पड़ता है.”
फीर मैंने अपने नीलेश से कहा, “नीलेश अब लंड पिलाओ. आज तू मज़ा आ गया. अकेले से ज़्यादा मज़ा आज आ रह है ग्रुप मैं.”
अब मैं बेद पर बैठ गयी तू नीलेश मेरे सामने खरे हुवे और अपने लंड को मेरे मुँह के पास कीया. मैंने लंड को पाकर कर मुँह मैं लिया और फीर दोनो हाथ नीलेश की गांड पर लगा चूसने लगी. Urmila ने मुझे देख इसी तरह से अपने नीलेश के लंड को मुँह मैं लिया. हम दोनो अगल बगल बैठी अपने अपने Cousin के लंड पी रही थी. ४-५ मिनट इसी तरह लंड चूसने के बाद मैंने लंड बहार कीया और बोली, “नीलेश अब चोदाओ.”
तब नीलेश ने मुझे बेद पर घोड़ी बन्ने को कहा. मैं बन गयी तू नीलेश मेरे ऊपर चढ़ गए और ३-४ बार चूत को चाटने के बाद सुपर को गीली चूत पर लग तेज़ धक्का मार पेल दिया. Urmila और उसका Cousin हमदोनों को देख रह था. उन्दोनो ने भी चुदाई शुरू करने के लिए लंड बहार कीया और Urmila मेरे निचे घुस गयी की उसका मुँह मेरी चूचियों के पास आ गया. तब उसका Cousin उसके ऊपर आया और अपना लंड उसकी चूत पर लगा झुककर उसकी चूची को मुँह मैं भर पेलने लगा. वह मेरी चूचियों को पारकर दबाते हुवे अपने Cousin के लंड को अपनी चूत मैं लेने लगी.
कुछ देर बाद हमदोनों की चुदाई अपने अपने Cousin के साथ शुरू हो गयी. बेद बहुत तेज़ी से हिल रह था. Urmila चुद्वाते हुवे मेरी चूचियों से भी खेल रही थी जिससे मुझे बहुत मज़ा मिल रह था. नीलेश मेरी चूत को बहुत तेज़ी से चोदा रहे थे. वह बीच बीच मैं Urmila की चूचियों को भी दबा देते थे. Urmila अब अपनी गांड उछलने लगी थी. मेरी चूत भी नीलेश का लंड खाकर mast थी. तभी नीलेश ने अपना लंड मेरी चूत से निकला और बेद पर लेट गए. मैं समझ गयी की नीलेश क्या चाहते हैं. मैं फौरन उनके ओप्पर आयी और लंड पर चूत रख बैठने लगी. अब मैं ऊपर थी और उछल उछल अपनी चुदवाने लगी. वह दोनो अभी भी चुदाई मैं खोये थे. नीलेश निचे से गांड उठा लंड कोप एल रहे थे. मैं नीलेश पर झुकी उनके हूंत चुस्ती चुद्वा रही थी.
कुछ देर बाद नीलेश मेरी चूचियों को पाकर कसकर दबाते बोले, “ह्ह्ह्हाछ आह मेरी जान Priyanka मेरी रानी हाय Priyanka मेरा निकलने वाला है. साली बोल कहॉ लेगी पानी?”
“नीलेश आह्ह लंड बहार नही करा. हाय अपना गरम रस मेरी चूत मैं ही डालना नीलेश. हाय मेरी चूत अपने भा के लंड का पानी पीकर बहुत खूबसूरत हो गयी है.”
मेरी बात सुन Urmila बोली, “Priyanka पानी अन्दर लेने से तू खतरा होता है?”
“नही पगली मेरे नीलेश इतने बेवकूफ नही हैं. वह सब जानते हैं. नीलेश ने एक गोली दी थी जो १५ दीन काम करती है. चाहे जितना चुद्वाओ चाहे जितना पानी अन्दर लो कुछ नही होने वाला.”
“हाय मुझे भी वह गोली दीजियेगा मैं भी आपका और अपने नीलेश का पानी चूत से पियोंगी.”
“ला दूंगा तुमको भी. हाय आह निकला मेरा हाय Priyanka साली ले अपने Cousin के पानी को अपनी चूत मैं.”
नीलेश झरने पर बहुत पानी निकलते थे. पूरी चूत भर गयी और कुछ पानी बहार निकल बेद्शीत को भिगोने लगा. २ मिनट बाद नीलेश ने लंड बहार निकला और Urmila के मुँह मैं दाल दिया जिसे वह चूसने लगी. मैं उठकर उसकी चूत के पास गयी और उसकी चुद्ती चूत और उसके Cousin के लंड को चाते लगी. मेरी इस हरकत से दोनो की मस्ती तेज़ हूई और Urmila का Cousin हाय हाय कर्ता हुवा झरने के करीब आया तू मैंने उससे कहा, “आप बहार झारियेगा. कल नीलेश गोली ला देंगे तू अन्दर निकलियेगा चाहे बहार पर आज बहार.” उसने फौरन अपना लंड अपनी Cousin की चूत से निकल उसके मुँह मैं पेल दिया और फीर पानी छोरने लगा. वह पानी को मुँह से निगलती रही. फीर जब दोनो नॉर्मल हुवे तू मैंने घरी देखी १ बज गया था. मैंने Urmila से पूछा, “Urmila क्या प्लान है, १ बज गया है.”
“Priyanka कल कोई काम नही है देर से उठेंगे सोकर पर अभी तू मुझे और चुद्वाना है.”
“अरे मैं भी कहॉ अभी सोने वाली हूँ. मैं तू यह चाह रही हूँ की अब तुम ज़रा अपने नीलेश को मेरे लिए भी छोर दो या सारा मज़ा अपने नीलेश से खुद ही ले लोगी.”
“अरे यार ले ना नीलेश को मैं तेरे नीलेश का लेटी हूँ तू मेरे नीलेश का ले.”
फीर हम दोनो उठकर बाथरूम मैं गए और अपनी अपनी चूड़ी और झारी चूत धोकर साफ कर वापस कित्चें मैं गए और चार ग्लास दूध लेकर वापस आये. नीलेश ने एक ग्लास लिया और उसका दूध Urmila की चूत पर दाल दाल चाट चाट पिने लगे. इस तरह नीलेश घर पर मेरी चूत मैं भी दूध दाल कर पिटे थे. यह देख मैंने भी अपना ग्लास लिया और उसमे राजेश के लंड को डालती फीर लंड चुस्ती. हम डॉन वन इस तर्तः दूध पी लिया तू उन्दोनो ने भी ऐसा ही कीया.
यह कर बोला, “यार तुमलोग तू बहुत मज़ा लेते हो घर पर.”
“नीलेश अब हमलोग भी इसी तारा लिया करेंगे.”
“हाँ Urmila अब तुम मेरी बीवी बन गयी हो. रात भर बीवी और दीन मैं भाहन.”
“हाँ नीलेश अब तू रोज़ रात मैं हमलोग सुहागरात मनाया करेंगे.” मैंने नीलेश से कहा, “नीलेश हाय ईक बार आप मेरी गांड मार दीजिए बड़ा मॅन कर रह है मरवाने का.”
“अरे यार तुब ही कैसी बात करती है? राजेश से मर्वाले. क्यों राजेश मरेगा इसकी गांड?”
“यार कभी मारी नही है किसी की.”
“अबे तुने तू कभी किसी को चोदाअ भी नही था पर आज पहली ही बार दो दो लड़कियों को चोदाअ या नही.”
तब वह मेरी गांड मारने को तैयार हो गया. मैंने उससे कहा, “कोई करें ले लो गांड बिना करें के न्शी मर्वती.”
तब वह अपनी Cousin से बोला, “Urmila अपनी कोई कोलद करें दे.”
वह जल्दी से करें लायी और अपने Cousin को देती बोली, “लो नीलेश मारो इसकी गांड हाय मैं भी इसके Cousin से मर्वती हूँ.”
मैंने अपनी गांड का छेड़ खोलते कहा, “राजेश मेरे रजा लो इस छेड़ को चाटकर मारो.”
वह जीभ को मेरी गांड पर लगा चाटने लगा. १०-१५ बार चाटने के बाद बोला, “Priyanka रानी तेरी गांड की महक बड़ी सोंधी है हाय कितनी खुश्बोदार गांड है.”
तब मैंने अपनी गान पर करें लगा उसके लंड को भी करें से चिकना किया और घोड़ी बन बोली, “करो सवारी इस घोड़ी की.”
वह पीछे आ लुंड को गांड के छेड़ पर लगा अन्दर करने लगा. मेरी तू नीलेश कई बार मारकर खोल चुके थे इसलिये आराम से अन्दर जाने लगा. २ मिनट मैं ही अन्दर पेल वह मेरी गांड मारने लगा.
मैं गांड मर्वाते हाय हाय करती नीलेश से बोल रही थी, “हाय नीलेश तुम्हारे दोस्त बहुत बधिया गांड मार रहे है. नीलेश इनका लंड गांड मैं बहुत मज़ा दे रह है. आप भी देखिए इनकी कोउसिं कि गांड कैसी है. आपकी अपनी कोउसिं कि गांड जैसी है कि नही?” उधर उर्मिला भी नीलेश का लंड मुँह मैं लिए थी और नीलेश उसकी गांड चाट रहे थे. मेरी गांड मैं लंड तेज़ी से अन्दर बहार हो रह था. अब नीलेश भी उर्मिला कि गान को मारने को तैयार थे. उर्मिला कि गांड बहुत कासी थी. नीलेश का सुपर बहुत मुश्किल से गया था. वह चिल्ला रही थी और उसकी आंखों मैं आँसू थे. अपनी Cousin का दर्द देख राजेश से रह ना गया और वह बोली ही पड़ा, “प्रियंका अपने Cousin से कहो मेरी Cousin की गांड ना मरे वह अभी छोटी है.”
“कहां छोटी है, मेरी उमर की ही तू है.”
“हाँ लेकिन वह अभी पहली बार चुद रही है ना.”
“आप ही कहिये ना.”
“प्लेस तुम कहो मैं कैसे कह सकता हूँ मैं तू खुद उसकी Cousin की गांड मार रह हूँ.”
मैं उसकी बात सुन मुस्काते हुवे बोली, “नीलेश रहने दो वर्ना इसकी फट जायेगी. अभी आप चूत ही मैं डालो. अभी इसकी गांड खुलने मैं टिम लगेगा.”
मेरी बात सुन नीलेश ने उसकी गांड से लंड निकला और उसकी चूत मैं दाल दीया.
१० मिनट बाद वह मेरी गांड मैं झाड़कर अलग हुवा. मैं अपनी चूड़ी गांड लिए उर्मिला के पास गयी और उसकी चूत को सहलाती उसकी चूसियों को बरी बरी पिने लगी. राजेश भी हमारे पास आया और अपनी Cousin की गान को देखने लगा. मैं उसको देख बोली, ” क्या देख रहे हो?”
“देख रह हूँ की यह छेड़ भी जल्दी से खुले तू इसकी मार कर मज़ा लूं.”
” नीलेश मृत उ मारली अब अपनी Cousin का छेद चाटकर देखो कैसा है.”
उसने अपनी Cousin की गांड चाटना शुरु कर दीया. इससे उर्मिला की मस्ती बढ़ गयी. कुछ देर बाद नीलेश ने लंड बहार खींचा और राजेश को हटा उर्मिला की गांड पर झरने लगा. गान पर ढ़ेर सारा पनि छोरा. मैं उर्मिला की गांड पर गिरे पनि को हाथ से उसके पूरी गांड चूतअर और चूत पर लगाने लगी.
३०-३५ मिनट तक हम्चारो वही बेद पर सुस्ताते रहे. मैं अपने नीलेश के ऊपर थी और उर्मिला अपने Cousin से चिपकी थी. फिर हम सब लोग फ्रेश हो गए तू उर्मिला सबके लिए काफ़ी बाना लायी. मैं राजेश के साथ बैठी थी और वह मेरे Cousin के साथ.
तब उर्मिला उठी और अपने Cousin के पास जा नज़रे झुका बोली, “नीलेश.” “नीलेश मुझे आपके यह दोस्त बहुत अछे लगे हैं. प्रियंका को भी मैं अच्छी लगी हूँ. मैं आपके दोस्त से शादी करमा चाहती हूँ.”
वह अपनी Cousin की बात सुन नीलेश को देखने लगा तू नीलेश मुझसे बोले, “क्या सच प्रियंका?”
“हाँ नीलेश मैं उर्मिला को अपनी भाभी बाना चाहती हूँ.”
“अरे यार यह तू बहुत अच्छी बात है. मैं कल ही मम्म्य पापा से बात कर्ता हूँ. राजेश तुम क्या कहते हो?”
“अरे मेरे दोस्त यह तू बहुत अच्छा रहेगा. हमारी दोस्ती और पक्की हो जायेगी. “
मैं दोनो की बात सुन बोली, “नीलेश मेरी एक शर्त है?”
नीलेश ने कहा, “क्या प्रियंका?”
“नीलेश जब आप उर्मिला से शादी करे और इसके साथ सुहागरात मनाये तू मुझे भी अपने साथ रखियेगा.”
“हाय उसदिन?”
“हाँ नीलेश मैं उस्दीन कुछ भी नही करुँगी. बस चुपचाप अपने नीलेश और भाभी की सुहागरात देखूंगी.”
“अरे यार सही तू कह रही है. तू मेरी Cousin से शादी कर ले और सुहागरात भी दिखा.”
फिर नीलेश उर्मिला को अपनी गोद मैं ले उसके हूंत चूमते बोले, “तुम खुश हो?”
वह शर्माती सी बोली, “जी आप जैसा पति पा तू मेरी किस्मत खुल गयी.”
“नीलेश काश मेरी शादी ना पक्की होती तू मैं भी राजेश से शादी करती पर क्या हो सकता है.”
“एक काम हो सकता है प्रियंका.”
“क्या नीलेश?”
“राजेश की शादी विनीता से करवा देते हैं.”
“हाँ नीलेश से सही रहेगा. उस बेचारी को भी राजेश जैसा पति मिल जाएगा तू वह बहुत खुश होगी.”
राजेश ने मेरी छोटी Cousin विनीता को देखा था. वह खुश होकर बोला, “मैं तैयार हूँ यार तेरी छोटी Cousin भी बहुत मस्त माल है.”
मैं उनकी बात सुन बोली, “राजेश नीलेश एक बात तू बताइए, आप क्या मेरी छोटी Cousin विनीता को पसंद करते हैं?”
“हाँ बहुत.”
“ओह्ह नीलेश अब शर्माने की क्या बात खुलकर बताओ.”
वह मेरी बात सुन मेरी चूसियों को पाकर बोला, “सच तू यह है प्रियंका की मैं जब भी नीलेश से मिलने जता ठाट उ तुम दोनो को देखकर सोचता था कित उम् दोनो की चोदने को मिल जाये तू मज़ा आ जाये.”
“ओह्ह तू आपने कभी त्रय क्यों नही किया.”
“व्व्वो असल मैं.”
“अबे क्या व्व्वो वो कर रह है. सेल अबे अगर मेरी Cousin तुझे अच्छी लगती थी तू तू इन्दोनो को दबाकर या गांड पर हाथ लगा छेर्ता तू शायद तेरा काम बन जता.” नीलेश ने उससे कहा.
वह बोला, “अरे यार कभी किसी को चोदअस नही था इसलिये ट्रिक नही जानता था.”
“चल कोई बात नही Priyanka को तू चोद लिया अब विनीता से तेरी शादी कर दूंगा हाँ अगर तू चाहे तू विनीता को चोद सकता है.”
“अरे यार कब?”
“इसके लिए तुझे दो महिने वेट करमा पारेगा. क्योंकि वह मामा के घर गयी है. आयेगी तू तुझे उसके साथ शादी से पहले सुहागरात मानाने को मिलेगी.”
इसके बाद मैं राजेश से चिपककर सो गयी. नीलेश भी उर्मिला के साथ लेते थे. अगले दिन हम लोगो ने फिर चुदाई का मज़ा लिया और फिर घर चलत वक़्त नीलेश ने राजेश से कहा, “यार आज मम्म्य से हम्दोनो का कोउसिना शायद ना चल पाये. मैं चाहता था की आज रात भी मज़ा लिया जाता.”
तभी उर्मिला बोली, “हाय अगर Priyanka ना आ सके तू आप ही आ जाइएगा. आप मुझे चोद लीजियेगा.”
मैं उसकी बात सुन बोली, “उर्मिला अगर मैं ना आ सकी तू तुम मेरे राजेश नीलेश को तरसने मत देना. तुम मेरे होने वाले जीजा को अपनी चूत चोद लेने देना.”
“अरे मेरी होने वाली ननद रानी अभी तू पूरा दिन नीलेश से ही चुद्वौंगी. मेरे रजा तू अब रात को ही आएंगे.”
फिर हम दोनो घर वापस आ गए.
इतना कह मैं विनीता से बोली, “सुन्ली मेरी नीलेश के दोस्त से चुदाई की कहानी. अब जान गयी की तेरी शादी राजेश से कैसे हो रही है. नीलेश उसकी Cousin उर्मिला से शादी करेंगे.”
“हाय दीदी तुम तू मेरे होनेवाले पति से पहले ही चुद चुकी हो. हाय नीलेश आपने मुझे राजेश से नही चुद्वाया. प्लेस अभी तू दीदी की शादी मैं १० दिन है. नीलेश प्लेस मुझे भी दीदी के साथ अपने दोस्त से चुद्वा दो. आपने तू वादा किया था उनसे. नीलेश मैं भी देखूंगी की दीदी को कोई दूसरा लड़का कैसे चोदता है.”
“अरे विनीता मेरी Cousin Priyanka की शादी हो जाये फिर तुमको ले चलूँगा अपने दोस्त के पास.”
“नही दीदी कल ही मेरी भी चुद्वाओ.”
“जो कहना है नीलेश से कहो.”
नीलेश हमारी बात सुन बोले, “ठीक है विनीता कल तुम दोनो चलना राजेश के घर कई दिन से मैंने भी उर्मिला की ली नही हां.”
“नीलेश आपकी शादी भी ३-४ महिने मैं हो जायेगी और आप उर्मिला भाभी की चूत मैं खो जाओगे फिर मेरा क्या होगा. नीलेश मेरे लिए लंड का इंतज़ाम आपको ही करमा है.”
“पगली तू घबरा मत शादी के बाद भी तू रोज़ रात को मेरे पास ही सोना जैसे आजकल सोती हो. मेरी दोनो बिविया होंगी. तुम भी उर्मिला भी. पहले तुमको ही चोदअ करुंगा फिर उर्मिला. इस लंड पर पहला हक मेरी दोनो बहनों का है. वैसे भी तुम जब चाहो राजेश के पास जा सकती हो. साल भर मैं ही तेरी शादी भी कर दूंगा राजेश से.” नीलेश की बात सुन विनीता खुश हो बोली, “त्य्हंक यू नीलेश.”











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