Friday, April 11, 2014

Fentency मैं प्यासी हूँ -2

Fentency

  मैं  प्यासी  हूँ -2

जब मैं उनके कमरे में झांकने लगी तो भाभी सिर्फ पेंटी में थी, उन्होंने ब्रा उतार दी थी और बेटी को दूध पिला रही थी। 
और भैया को भी ! भाभी का एक निप्पल उनकी बेटी के मुँह में था और दूसरा भैया के मुँह में ! वो दोनों को दूध पिला रही थी और कह रही थी- छोड़ो, बेटी के हिस्से का दूध भी तुम पी लोगे क्या? 
भईया ने भाभी से कहा- अब यह सो गई है, तुम इसे रोमा को दे दो, अब तो मुझ से रहा नहीं जा रहा है। 
भाभी ने मुझे आवाज दी और कहा- रोमा इसे ले जाओ। 
मैं उनके कमरे में गई, भैया अभी भी मेरे सामने ही भाभी के निप्पल को मुँह में लिए चूस रहे थे ! 
मुझे भाभी ने कहा- देख रही हो रोमा, इन्हें बिलकुल सब्र नहीं हो रहा है ! 
फिर मैंने जैसे ही उनकी बेटी को भाभी की गोद से उठाया, भईया ने भाभी को बिस्तर पर लिटा दिया और उनके दूसरे चूचे को हाथ से दबाने लगे। मैं उनकी बेटी को लेकर कमरे से बाहर आई, उसे दूसरे कमरे में लाकर सुलाया और फिर जल्दी से भईया और भाभी के कमरे के पास पहुँची, उनके कमरे में झांकने लगी। 
भैया अभी भी भाभी के दुग्धकलश चूस रहे थे, इधर मेरी हालत भी अब ख़राब हो रही थी, मैं अपनी पेंटी के अन्दर हाथ डाल कर अपनी चूत को सहलाने लगी, फ़िर भईया भाभी की रति क्रिया देखने लगी। 
फिर भईया ने अपने होंठों को भाभी के होंठों पर रखा और चूसने लगे। कुछ देर होंठों को चूसने के बाद भईया भाभी के बदन को 
चूमते हुए नीचे आने लगे, कभी वो चूचियाँ चूसते तो कभी पेट की नाभि को और दोनों हाथों से बूब्स को जोर जोर से दबा रहे थे तो भाभी कहने लगी- थोड़ा धीरे करो ! 
तो भैया ने कहा- आज कुछ धीरे नहीं करुँगा। 
और भैया फिर उरोजों को दबाने लगे, भाभी के मुँह से आअह्ह्ह्ह्ह् ह्ह आआअ ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह्ह आअह्ह्ह की आवाजें निकल रही थी जो बड़ी ही मोहक उत्तेजक लग रही थी। 
फिर भईया नाभि को चूमते हुए पेंटी के ऊपर से ही भाभी की चूत को चूमने लगे और भाभी के उरोजो को मथे जा रहे थे। अब भैया ने अपनी टीशर्ट और लोअर उतारी और फिर से चूत को पेंटी के ऊपर से ही चूमने लगे। 
भाभी ने कहा- ऊपर से क्यूँ चूम रहे हो, पैंटी हटा कर अन्दर फ़ुद्दी चूमो ! 
तो भईया ने पेंटी को चूत से थोड़ा बगल में किया, उनकी चूत पर अपना मुँह रख कर चूत को चूसने लगे। 
भाभी की आआह्ह्ह आअह्ह आअह्ह की आवाजें अब और तेज को गई थी, अब भाभी भैया से कह रही थी- जोर जोर चूसो ! खा जाओ मेरी चूत को ! 
उनके मुँह से लगातार सिसकारियाँ निकल रही थी, पूरा कमरा उनकी आवाज से गूंज रहा था। 
फिर भईया ने कहा- साली, अभी कह रही थी कि धीरे धीरे करो, और अब कह रही है जोर जोर से करो ! क्यूँ अब मजा आने लगा लगता है? 
भाभी कहने लगी- हाँ, बहुत मजा आर हा है ! तुम बात मत करो, चूसो, मेरी चूत को खा जाओ ! 
अब भैया ने अपनी जीभ चूत के अन्दर डाल दी थी, भाभी आह्ह्ह आऐईईईइ आअह्ह करते हुए चिल्ला उठी। 
अब भईया उठे और अपनी अंडरवीयर उतार कर अपने लंड को भाभी के मुँह में दे दिया। भाभी लण्ड चूसने लगी। फिर उन्होंने भईया को बिस्तर पर लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़ कर लंड को चूसने लगी। 
कुछ देर लंड चूसने के बाद भईया ने भाभी को बिस्तर पर लिटाया और उनके मुँह को बिस्तर से नीचे लटका दिया और खुद बिस्तर के नीचे खड़े हो गये और लण्ड को भाभी के मुँह में डाल कर उनके मुँह की चुदाई करने लगे और दोनों हाथों से पलक के वक्ष उभारों को मसलने लगे। 
मेरी हालत अब और ख़राब हो गई थी, मैंने चूत में उंगली डाल ली थी और उसे अन्दर बाहर हिला रही थी। 
कुछ देर मुँह की चुदाई के बाद भईया अब बिस्तर पर लेटे और भाभी को अपने ऊपर लिया, उनका मुँह लंड की तरफ और भाभी की चूत भैया के मुँह की तरफ थी अब भाभी भैया का लौड़ा चूस रही थी और भईया भाभी की फ़ुद्दी को चूस रहे थे। 
लगभग 5-7 मिनट की चुसाई के बाद भाभी ने कहा- मुझसे सब्र नहीं हो रहा है, मुझे चोदो ! 
भईया ने भाभी को सीधा किया, उनके दोनों पैरों को उठा कर अपने कंधे पर रख लिया। अब उन्होंने लण्ड को चूत के ऊपर रखा और लंड से योनि को सहलाने लगे। 
भाभी कहने लगी- इतना तड़पा क्यूँ रहे हो? लण्ड डालो चूत के अन्दर और चोदो ! 
तो भैया ने कहा- इतनी जल्दी क्या है डार्लिंग ! अभी तो पूरी रात पड़ी है, आज तो पूरी रात चोदूँगा तुझे ! 
भाभी कहने लगी- प्लीज़ ! ऐसे तड़पाओ मत ! चोदो मुझे ! 
तो भईया ने लंड को अन्दर सरकाना शुरू किया पर लंड अन्दर नहीं जा रहा था तो भईया भाभी से कहने लगे- डार्लिंग, तुम्हारी चूत तो बहुत टाईट हो गई है, लंड अन्दर ही नहीं जा रहा है? 
फिर भईया ने एक जोरदार झटके के साथ लंड को आधा चूत के अन्दर घुसा दिया और भाभी के मुँह से एक जोरदार चीख निकली। भईया थोड़ा रुके फिर एक और झटके के साथ उन्होंने पूरा लण्ड भाभी की चूत में डाल दिया, उन्होंने भाभी को धीरे धीरे चोदना शुरू किया, भाभी मस्त हुए जा रही थी और चुदाई का पूरा आनन्द ले रही थी, उन के मुँह से लगातार आह आअह्ह ऊउह्ह्ह् आअह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह्ह की आवाजें निकल रही थी। 
भैया ने अपनी स्पीड को थोड़ा बढ़ा दिया और उनकी चुदाई करने लगे, भाभी कहने लगी- चोदो बलमा चोदो ! आज जम कर चोदो मुझे ! भैया ने अपनी स्पीड को और बढ़ा दिया। अब भाभी की फ़ुद्दी ने पानी छोड़ दिया था पर भईया भाभी को चोदे जा रहे थे, चूत में से फच फच की आवाज निकल रही थी। 
इतनी चुदाई के बाद भाभी दो बार झड़ चुकी थी। फिर भैया ने चूत में से लण्ड निकाल को बिस्तर पर लेट गए। अब भाभी उनके ऊपर चढ़ी और लण्ड को अपनी चूत के अन्दर लेती हुई लंड पर बैठ गई। 
भैया ने अपने हाथों से उनके दोनों बूब्स को पकड़ा और भाभी ने लंड पर उछलना चालू कर दिया। भैया भी नीचे से धक्के लगा रहे थे। फिर अचानक भैया उठे और भाभी को नीचे बिस्तर पर पटका और उनके दोनों पैरों को फैला दिया और लण्ड को चूत में डाल कर धक्के लगाने लगे और बोलने लगे- साली आज बहुत दिन बाद चोदने को मिली है तू ! आज तो तेरी चूत को फाड़ डालूँगा ! 
पूरा कमरा भाभी की सिसकारियों से गूंज रहा था। 
करीब 5 मिनट की चुदाई के बाद भैया के मुँह से भी आअह आअह्ह आअह्ह्ह की आवाज निकलने लगी और उन्होंने अपना गर्म गर्म वीर्य भाभी की गर्भ-गुहा में छोड़ दिया। 
इस चुदाई के बाद भैया थक कर भाभी के पास ही लेट गए और भाभी उठ कर उनके लण्ड को अपने मुँह में लेकर चाट कर साफ करने लगी। 
इधर मेरी चूत भी पानी छोड़ चुकी थी, मैं अपने कमरे में चली गई। इतने में ही भाभी की बेटी जग गई और रोने लगी तो मैं उसे उठा कर सुलाने की कोशिश करने लगी। 

 

करीब 5 मिनट की चुदाई के बाद भैया के मुँह से भी आअह आअह्ह आअह्ह्ह की आवाज निकलने लगी और उन्होंने अपना गर्म गर्म वीर्य भाभी की गर्भ-गुहा में छोड़ दिया। 
इस चुदाई के बाद भैया थक कर भाभी के पास ही लेट गए और भाभी उठ कर उनके लण्ड को अपने मुँह में लेकर चाट कर साफ करने लगी। 
इधर मेरी चूत भी पानी छोड़ चुकी थी, मैं अपने कमरे में चली गई। इतने में ही भाभी की बेटी जग गई और रोने लगी तो मैं उसे उठा कर सुलाने की कोशिश करने लगी। 
शायद भाभी को उसके रोने की आवाज सुन गई थी तो उन्होंने मुझे आवाज लगा कर कहा- रोमा, उसे मेरे पास ले आओ। 
मैं उठी और उनकी बेटी को लेकर उनके कमरे में गई तो भैया कमरे में नहीं थे और भाभी नंगी ही बिस्तर पर बैठी थी। 
मैंने उनकी बेटी को उन्हें दिया, भाभी उसे दूध पिलाने लगी, मैंने भाभी से पूछा- कैसी रही आपकी चुदाई? हो गई या अभी बाकी है? 
तो भाभी ने बताया- हाँ, हो गई है, अभी वो बाथरूम में हैं, आएँगे तो हम फिर से करेंगे ! 
फिर भाभी ने कहा- रोमा, तुम भी अपनी रगड़ाई करवा लो ना इनसे ! 
तो मैंने कहा- भाभी, पहले आप तो चुद लो जी भर के ! मेरी तो बाद की बात है ! 
यह बात भईया पीछे खड़े सुन रहे थे तो भैया ने आकर मुझे फिर पीछे से पकड़ लिया और मेरे बूब्स को दबाने लगे, उनका लण्ड मेरे चूतड़ों की दरार में घुस रहा था। 
मैंने थोड़ा विरोध करना चाहा पर कर न सकी और वो मेरे चूचों को जोर जोर से मसल रहे थे। फिर उन्होंने मुझे अपनी तरफ घुमाया और मेरे होंठों को चूमने लगे। मैं तो पहले से ही  अग्नि में झुलस रही थी तो मैं भी भईया का साथ देने लगी और उन के होंठों को चूमने लगी। 
भाभी बिस्तर पर बैठी अपनी बेटी को दूध पिला रही थी। फिर भैया ने मेरी नाइटी उतार दी और मेरा हाथ उनकी छाती से होता हुआ उनके लंड की तरफ जाने लगा, मैं उनके लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी। अब भईया ने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और मुझे बिस्तर पर लिटा कर मेरे उरोज चूसने लगे। 
मैं भी मस्त हुई जा रही थी, मैं अपने दोनों हाथों से उनके सर को पकड़ कर अपने वक्ष में दबाने लगी और भईया जोर जोर से मेरे चुचूक चूसे जा रहे थे। फिर वो चूमते-चाटते नीचे आने लगे, मेरी नाभि को चूमने लगे और दोनों हाथों से मेरे स्तन दबाने लगे। 
अब भैया ने अपना हाथ मेरी चूत पर रख दिया और उसे सहलाने लगे, फिर मेरी पेंटी को उतार दिया और कहा- रोमा, तुम्हारी चूत तो बहुत ही सुन्दर है ! 
अब उन्होंने अपने होंठों को मेरी चूत के ऊपर रख दिया और चूत को चूसने लगे। मैं सिहर उठी और मेरे मुँह से जोर से आअह्ह्ह की आवाज निकली। 
भाभी जो वहीं बैठी अपनी बेटी को दूध पिला रही थी, उन्होंने कहा- कैसा लगा रोमा? 
मैं कुछ न बोल सकी, बस आहें भरे जा रही थी। भैया मेरी चूत को बुरी तरह चूसे जा रहे थे। मेरी चूत गीली हो चुकी थी तो भईया कहने लगे- रोमा, तुम्हारी चूत का स्वाद बहुत अच्छा है। 
काफी देर तक चूत चूसने के बाद वो उठे और मेरे ऊपर आकर अपने लंड को मेरे दोनों बूब्स के बीच में रख और मुझ से कहा- रोमा, तुम अपने बूब्स को बगल से बीच में दबाओ ताकि मेरा लण्ड तुम्हारे बूब्स के बीच में फंस जाये। 
मैंने वैसा ही किया। अब उनका लण्ड मेरी वक्ष घाटी में फंस चुका था और भैया मेरे बूब्स की चुदाई करने लगे। ऐसा करते हुए जब उनका लण्ड आगे आता तो वो मेरे होंठों को छू जाता। यह मुझे बहुत अच्छा लग रहा था, मैं अपनी जीभ निकाल कर लन्ड के अग्र भाग का स्वाद चख रही थी। 
थोड़ी देर बूब्स चुदाई के बाद भैया ने लण्ड को मेरे मुँह पर रख दिया और कहा- लो रोमा, अब चूसो इसे, बहुर बेसबरी हुई जा रही हो इसके लिए ! 
मैंने भी देर न करते हुए उनके लंड को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी। मैं उनके लण्ड को किसी लॉलीपॉप के तरह चूस रही थी। भईया अपने हाथों से मेरे सिर को पकड़ कर अपने लंड पर दबाने लगे जिससे उनका लण्ड मेरे गले तक जा रहा था। वो लंड से मेरे मुँह की चुदाई करने लगे तो भैया के मुँह से भी अह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह की आवाज आने लगी और उन्होंने अपना गर्मागर्म वीर्य मेरे मुँह में ही छोड़ दिया। 
वो ढीले होकर बिस्तर पर लेट गए और मुझ से लिपट कर मेरे होंठों को चूमने लगे। अब भाभी उठी और अपनी बेटी को वहीं रखे पालने में सुला कर हमारे पास आकर भैया के लण्ड को अपने मुँह में लेकर चूसने लगी भैया का लंड फिर से खड़ा होने लगा। अब भैया बिस्तर पर सीधे लेट गए और मुझे अपनी छाती पर बिठा लिया और मेरी चूत को अपने मुँह के पास रख कर चूसने लगे और भाभी भैया का लण्ड चूसे जा रही थी। 
मेरे मुख से बेतहाशा आअह आअह्ह्ह ओह्ह की सिसकारियाँ निकल रही थी, मैंने भईया से कहा- मैं झड़ने वाली हूँ ! 
तो वो और जोर जोर से चूत को चूसने लगे फिर मैं उनके मुँह पर ही झड़ गई। 
फिर भैया ने मुझे बिस्तर पर गिरा दिया, लण्ड को भाभी के मुँह से निकाल कर मेरे पैरों को फैला दिया और लण्ड को मेरी चूत पर रख दिया और लंड से ही मेरी चूत को सहलाने लगे। 
मैं बोली- भैया, अब मुझ से सब्र नहीं हो रहा है ! 
तो उन्होंने लण्ड को चूत के अन्दर डालना शुरू किया। उन्होंने एक ही झटके में अपना आधा लण्ड मेरी चूत में सरका दिया। मैं जोर से चील्लाई- आआईईईईईइ ! 
और कहा- भाभी, मुझे बहुत दर्द हो रहा है। 
तो भाभी ने भैया को कहा- थोड़ा धीरे करो इसे ! 
और मुझसे कहा- रोमा, थोड़ा सा दर्द होगा, इसे सहन कर लो, फिर बाद में नहीं होगा, तुम्हें बहुत मजा आयेगा ! 
भैया थोड़ी देर वैसे ही लण्ड को मेरी चूत में फ़ंसाये मेरे ऊपर ही लेट गए। फिर थोड़ी देर बाद जब मेरा दर्द कुछ कम हो गया हो उन्होंने एक और झटका मारा पर उनका लण्ड अभी तक पूरा अन्दर नहीं गया था, पर मेरा दर्द कम हो गया था तो उन्होंने और दो तीन झटके मारे तो उनका लण्ड पूरा चूत के अन्दर चला गया। 
मेरी चूत ने फिर पानी छोड़ दिया जिसकी चिकनाई से अब भैया का लण्ड आसानी से अन्दर बाहर होने लगा था और मुझे अब मजा आने लगा था। अब भैया ने मेरी ठकाठक चुदाई करनी चालू की, वो मुझे चोदे जा रहे थे और मैं आहें भरे जा रही थी। अब 
मुझे चुदाई का और ज्यादा मजा आने लगा, मैं कहने लगी- और जोर से चोदो। 
तो भैया ने अपनी स्पीड बढ़ा दी। फिर उन्होंने मेरे पैरों को उठा कर अपने कंधे पर रखा और भाभी उठ कर उनके होंठों को चूमने लगी। इधर भईया मेरी चुदाई कर रहे थे और भाभी उनके होंठों को चूम रही थी। इस चुदाई के दौरान मेरी चूत दो बार पानी छोड़ चुकी थी; फिर भैया ने भाभी को अपने से अलग किया और मेरी चुदाई की स्पीड और तेज कर दी। 4-5 मिनट की चुदाई के बाद भैया कहने लगे- मैं झड़ने वाला हूँ ! 
तो भाभी ने कहा- रोमा की चूत में मत झड़ना ! नहीं तो दिक्कत हो जाएगी ! 
तो फिर उन्होंने लण्ड को चूत से निकाला, उनकी पिचकारी छुट गई, मेरे भईया के लौड़े से निकली मलाई मेरे बदन पर आकर गिरी। भाभी ने जल्दी से उनके लण्ड अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी। मैं बिस्तर में ही लेटी थी और बहुत थक चुकी थी, मेरा सारा बदन दर्द कर रहा था। 
मैं उठ कर जाने लगी तो भाभी बोली- कहाँ जा रही है? 
मैंने कहा- बाथरूम में? 
वो बोली- क्यों? 
"इसे साफ़ करने !" मैंने अपने बदन पर पड़े वीर्य की तरफ़ इशारा किया। 
"अरे, यह तो मेरा है, आ मेरे पास, मैं साफ़ करती हूँ !" पलक भाभी बोली और मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अपने पास खींच कर मेरे बदन पर गिरे भईया के वीर्य को चाट कर साफ़ कर दिया। 
कहानी जारी रहेगी।








 Tags = Future | Money | Finance | Loans | Banking | Stocks | Bullion | Gold | HiTech | Style | Fashion | WebHosting | Video | Movie | Reviews | Jokes | Bollywood | Tollywood | Kollywood | Health | Insurance | India | Games | College | News | Book | Career | Gossip | Camera | Baby | Politics | History | Music | Recipes | Colors | Yoga | Medical | Doctor | Software | Digital | Electronics | Mobile | Parenting | Pregnancy | Radio | Forex | Cinema | Science | Physics | Chemistry | HelpDesk | Tunes| Actress | Books | Glamour | Live | Cricket | Tennis | Sports | Campus | Mumbai | Pune | Kolkata | Chennai | Hyderabad | New Delhi | पेलने लगा | कामुकता | kamuk kahaniya | उत्तेजक | सेक्सी कहानी | कामुक कथा | सुपाड़ा |उत्तेजना | कामसुत्रा | मराठी जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड | ट्रैनिंग | हिन्दी सेक्स कहानियाँ | मराठी सेक्स | vasna ki kamuk kahaniyan | kamuk-kahaniyan.blogspot.com | सेक्स कथा | सेक्सी जोक्स | सेक्सी चुटकले | kali | rani ki | kali | boor | हिन्दी सेक्सी कहानी | पेलता | सेक्सी कहानियाँ | सच | सेक्स कहानी | हिन्दी सेक्स स्टोरी | bhikaran ki chudai | sexi haveli | sexi haveli ka such | सेक्सी हवेली का सच | मराठी सेक्स स्टोरी | हिंदी | bhut | gandi | कहानियाँ | चूत की कहानियाँ | मराठी सेक्स कथा | बकरी की चुदाई | adult kahaniya | bhikaran ko choda | छातियाँ | sexi kutiya | आँटी की चुदाई | एक सेक्सी कहानी | चुदाई जोक्स | मस्त राम | चुदाई की कहानियाँ | chehre ki dekhbhal | chudai | pehli bar chut merane ke khaniya hindi mein | चुटकले चुदाई के | चुटकले व्‍यस्‍कों के लिए | pajami kese banate hain | चूत मारो | मराठी रसभरी कथा | कहानियाँ sex ki | ढीली पड़ गयी | सेक्सी चुची | सेक्सी स्टोरीज | सेक्सीकहानी | गंदी कहानी | मराठी सेक्सी कथा | सेक्सी शायरी | हिंदी sexi कहानिया | चुदाइ की कहानी | lagwana hai | payal ne apni choot | haweli | ritu ki cudai hindhi me | संभोग कहानियाँ | haveli ki gand | apni chuchiyon ka size batao | kamuk | vasna | raj sharma | sexi haveli ka sach | sexyhaveli ka such | vasana ki kaumuk | www. भिगा बदन सेक्स.com | अडल्ट | story | अनोखी कहानियाँ | कहानियाँ | chudai | कामरस कहानी | कामसुत्रा ki kahiniya | चुदाइ का तरीका | चुदाई मराठी | देशी लण्ड | निशा की बूब्स | पूजा की चुदाइ | हिंदी chudai कहानियाँ | हिंदी सेक्स स्टोरी | हिंदी सेक्स स्टोरी | हवेली का सच | कामसुत्रा kahaniya | मराठी | मादक | कथा | सेक्सी नाईट | chachi | chachiyan | bhabhi | bhabhiyan | bahu | mami | mamiyan | tai | sexi | bua | bahan | maa | bhabhi ki chudai | chachi ki chudai | mami ki chudai | bahan ki chudai | bharat | india | japan |

No comments:

Raj-Sharma-Stories.com

हिन्दी मैं मस्त कहानियाँ Headline Animator