Fentency
हेलो दोस्तो आपका राज शर्मा एक
ओर स्टोरी लेकर हाज़िर है
मेरा नाम सोनिया, रंग गोरा और बॉडी एक दम स्लिम. मैं देल्ही की रहने वाली हू. 1 साल पहले जब मैं 19 साल की थी तभी मेरी शादी मोहन के साथ हो गयी थी. उस समय मोहन की उमर 21 साल की थी. उनका रंग गोरा है और वो एक दम दुबले पतले हैं. वो एक मल्टी नॅशनल कंपनी मे कम करते हैं. मेरे ससुराल मे मेरे पति के अल्वा मेरा एक ड्यूवर है. उसका नाम राजू है और उसकी उमर उस समय 20 साल की थी. अब वो 21 साल का है और बहुत ही हॅंडसम है. मेरे पति के पेरेंट्स शादी के 2 साल पहले ही एक्सपाइर हो चुके थे. मोहन और राजू एक दम फ्रेंड की तरह रहते हैं और एक दूसरे से कुच्छ च्छूपाते नही. राजू मुझसे एक दम खुला मज़ाक करता है. मोहन भी हम दोनो के मज़ाक का खूब मज़ा लेते हैं और बीच बीच मे कॉमेंट भी करते रहते हैं.
ये 1 मंत पहले की बात है. मेरेपति को कंपनी के कम से 4 दीनो के लिए ऊशा जाना था. मेरे पति की फ्लाइट रात के 10 बजे थी. उन्होने जाते समय राजू से कहा "सोनिया का हर तरह से ख्याल रखना." राजू बोला "ठीक है, भैया. मैं पूरा ख़याल रखूँगा." मैने मोहन के जाने के दूसरे दिन सुबह जब मैं बातरूम से नहा कर बाहर आई तो मैने देखा की राजू तो अभी तक सो रहा है. मैने अभी कपड़े भी नही पहने थे, केवल एक टवल अपने बदन पर लपेट रखा था. मैं उसके रूम मे गयी. वो एक दम बेख़बर सो रहा था.
जब मेरी निगाह उसके उपर पड़ी तो मैं शरम से लाल हो गयी. मैने देखा राजू का लंड उसकी चड्धि से बाहर निकला हुआ था. उसका लंड खड़ा था. मैने आज तक ऐसा लंड कभी नही देखा था. उसका लंड लगभग 9" लंबा और बहुत मोटा था. मेरे पति का लंड तो केवल 4 1/2" लंबा था. मैं सोचने लगी की 2 भाइयो के लंड मे कितना फराक है. मोहन का लंड छ्होटा और राजू का बहुत मोटा और लंबा.
undefinedमैं बहुत ही सेक्सी हून इस लिए इतना मोटा और लंबा लंड देखकर मुझे जोश आने लगा. मैं बहुत देर तक राजू के लंड को देखती रही और सोचने लगी की काश मुझे इस लंड से छुड़वाने का मौका मिल जाता. मैने मान ही मान सोचने लगी की राजू तो मेरा ड्यूवर है और इस से छुड़वाने मे कोई रिस्क नही है. राजू भी मुझसे बहुत हसी मज़ाक करता था और बतो बतो मे मेरे बदन पर हाथ भी लगा देता था. मैं भी उसे ड्यूवर होने की वजह से बहुत प्यार करती थी. हम दोनो दोस्त की तरह रहते थे. मैं धीरे से जाकर बेड पर राजू के बगल मे बैठ गयी और अपने हाथो से उसके लंड को पकड़ लिया. थोड़ी देर मे उसकी नीड खुल गयी.
undefinedउसने जब मुझे अपना लंड पकड़े हुए देखा तो बोला "भाभी आप, आप... ये क्या कर रही हो." मैने कहा "राजू, तुम्हारा तो बहुत बड़ा है. मैने इतना लंबा और मोटा लंड कभी नही देखा है. इस लिए मैं इसे देख रही हू." उसने शरम से अपनी आँखे बंद कर ली. मेरे हाथ लगाने से उसका लंड और ज़्यादा टाइट हो गया. थोड़ी देर बाद उसने आँखे खोली और बोला "भाभी, अब रहने दो. अपना हाथ हटा लो." मैने कहा "तोड़ा रुक जाओ, मुझे ठीक से देख लेने दो." वो कुच्छ नही बोला. मैं अपने हाथो से उसका लंड सहलाने लगी. थोड़ी ही देर मे राजू का बदन अकड़ने लगा और वो बोला "भाभी, अब इसे छ्चोड़ दो नही तो इसका पानी निकल जाएगा." मैने कहा "मैं इसका जूस अपने मूह मे लेना चाहती हू. तुम इसका जूस मेरे मूह मे निकल दो." वो बहुत ज़्यादा जोश मे आ गया था. उसने मेरे सर को पकड़ कर अपने लंड के पास कर दिया. मैने उसका लंड अपने मूह मे ले लिया और चूसने लगी. थोड़ी ही देर मे उसके लंड ने अपना जूस मेरे मूह मे निकलना शुरू कर दिया. उसके लंड का जूस एक दम गरम गरम था. मैने वो सारा जूस निगल लिया. सारा जूस निगल जाने के बाद मैने उसके लंड को छत छत कर सॉफ कर दिया. फिर मैने उस से कहा "चलो, अब फ्रेश हो जाओ. 9 बाज रहे हैं."
वो मुझसे आँखे नही मिला पा रहाथा. वो चुप छाप उठा और बातरूम चला गया. मैने किचन मे छाए बनाने चली गयी. मैं अभी तक केवल टवल लपेट रखा था. राजू फ्रेश होने के बाद आकर सोफे पर बैठ गया. उसने रोज़ की तरह अभी तक केवल टवल ही पहना हुआ था. मैने उसको छाए लाकर दी. वो अपना सर नीचे किए हुए चुप छाप छाए पीने लगा. मैं भी उसके साथ ही साथ छाए पीने लगी. छाए ख़तम होने के बाद मैं उसके बगल मे आकर बैठ गयी. मैने अपना हाथ उसके लंड पर रख दिया. वो कुच्छ नही बोला. फिर मैने उसकी टवल उपर कर दी तो उसका लंड बाहर आ गया. मैने उसके लंड को सहलाना शुरू कर दिया. 2 मीं मे ही उसका लंड फिर से एक दम टाइट हो गया. वो बोला "भाभी, आप तो मेरा लंड देखना चाहती थी और इसे देख भी चुकी हैं. प्ल्ज़, अब रहने दो." मैने कहा "मैने आज तक इंते बड़े लंड से कभी नही करवाया है. मैं आज इसका मज़ा भी लेना चाहती हू. तुम्हारे भैया का तो बहुत ही छ्होटा है. उनका तो केवल 4 1/2" का ही है. मुझे उस से छुड़वाने मे ज़्यादा मज़ा नही आता." वो कुच्छ नही बोला.
मैने उसका टवल खीच कर फेक दिया. अब वो मेरे सामने एक दम नंगा हो गया. मैने उसके लंड को फिर से सहलाना शुरू कर दिया. थोड़ी देर बाद उसका दर कुच्छ कम हो गया तो उसने अपना एक हाथ मेरे बूब पर रख दिया. मैने कहा "ड्यूवर जी, इस तरह नही. मेरा टवल तो खोल दो." उसने धीरे से मेरा टवल खीच कर अलग कर दिया. अब मैं भी उसके सामने एक दम नंगी हो गयी. उसने मेरे बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया. मैं और ज़्यादा जोश मे आने लगी तो मैने उसका एक हाथ पकड़ कर अपनी छूट पर सता दिया. उसकी हिम्मत और बढ़ गयी. उसने अपनी उंगली मेरी छूट मे दल दी और अंदर बाहर करने लगा. मैं एक दम बेकाबू सी होने लगी और उठ कर उसके पैरो पर बैठ गयी. उसने अपना हाथ मेरे पीठ पर फिरना शुरू कर दिया.
फिर मैने उसके लंड का टोपा अपनी छूट पर रखा और दबाने लगी. मैने जैसे ही तोड़ा सा दबाया तो मेरे मूह से एक सिसकारी सी निकल पड़ी. वो बोला "क्या हुआ." मैने कहा "तुम्हारा लंड बहुत मोटा है इस लिए दर्द हो रहा है." मैने अपना होत उसके होत पर रख दिया और उसके होतो को चूमने लगी. मैने उसके लंड को अपनी छूट से सताए हुए थोड़ी देर तक अपने कमर को हिलना जारी रखा. थोड़ी ही देर मे जब मेरा दर्द कुच्छ कम हुआ तो मैने तोड़ा सा और ज़ोर लगाया. इस बार मेरे मूह से चीख निकल गयी. अब उसके लंड का टोपा मेरी छूट मे घुस चुका था. मैं उसी तरह थोड़ी देर तक रुकी रही. जब मेरा दर्द तोड़ा कम हुआ तो मैने अपनी कमर को आयेज पिच्चे करना शुरू कर दिया. अब उसके लंड का टोपा मेरी छूट मे अंदर बाहर होने लगा. मेरी छूट ने उसके लंड को तोड़ा सा रास्ता दे दिया था.
अभी 2 मीं भी नही हुए थे की मेरी छूट ने पानी छ्चोड़ दिया. मेरी छूट एक दम गीली हो गयी और उसका लंड भी एक दम भीग गया. अब किसी आयिल या क्रीम की ज़रूरत नही थी. मैने तोड़ा सा ज़ोर लगाया तो इस बार मैं बहुत ज़ोर से चीख पड़ी. उसका लंड मेरी छूट मे 2" तक घुस गया. मैं दर्द के मेरे रुक गयी और चुप छाप बैठी रही. राजू भी जोश से एक दम बेकाबू हो रहा था. उसने अचानक मेरी कमर को पकड़ कर मुझे अपनी तरफ खीच लिया. मेरे मूह से एक जोरदार चीख निकल गयी तो उसने अपना होत मेरे होतो पर रख दिया. उसका लंड मेरी छूट मे 3" तक घुस गया था. मेरी छूट से तोड़ा खून भी आ गया. राजू मेरी कमर को पकड़ कर धीरे धीरे आयेज पिच्चे करने लगा. उसके होत मेरे होतो पर थे.
2-3 मीं बाद मेरा दर्द कुच्छ कम हो गया. मैं अपना हाथ उसके पीठ पर लपेट कर उसके सीने से एक दम चिपक गयी और उसका साथ देना शुरू कर दिया. मेरे बदन मे आग सी लग चुकी थी. मेरी साँसे बहुत तेज होने लगी और मेरी छूट ने फिर से पानी छ्चोड़ना शुरू कर दिया. राजू का लंड और मेरी छूट दोनो और ज़्यादा गीले हो चुके थे. उसका लंड अब 3" तक आराम से मेरी छूट मे अंदर बाहर होने लगा था. राजू मेरी कमर को पकड़े हुए मुझे तेज़ी से आयेज पिच्चे कर रहा था. मैने जोश के मेरे अपनी आँखे बंद कर ली थी. तभी राजू ने मुझे फिर से अपनी तरफ ज़ोर से खीच लिया. मैं फिर से चिल्लाई तो उसने अपने होतो से मेरे होतो को सील कर दिया. मुझे लग रहा था की किसी ने मेरी छूट मे चाकू घुसेड दिया हो. उसका लंड अब तक मेरी छूट मे 5" घुस चुका था. राजू भी बहुत जोश मे आ गया था. उसने मुझे तेज़ी से आयेज पिच्चे करना शुरू कर दिया. मैं भी बहुत ज़्यादा जोश मे आ चुकी थी और उसका साथ दे रही थी.
अभी तक राजू का लंड मेरी छूट मे केवल 5" ही घुस पाया था. 5 मीं भी नही बीते थे की राजू के लंड ने अपने जूस से मेरी छूट को भरना शुरू कर दिया. उसके साथ ही साथ मेरी छूट ने भी अपना जूस छ्चोड़ना शुरू कर दिया. लंड का सारा जूस निकल जाने के बाद भी मैं बहुत देर तक उसका लंड अपनी छूट मे डाले हुए बैठी रही. जब उसका लंड एक दम ढीला हो गया तब मैं उसके उपर से हट गयी. मैने देखा की उसके लंड पर मेरी छूट का जूस और तोड़ा खून लगा हुआ था. उसका लंड खून और जूस की वजह से एक दम गुलाबी दिख रहा था.
मैने राजू का हाथ पकड़ा और उसेबातरूम ले गयी. मैने उसका लंड और अपनी छूट को साबुन लगा कर सॉफ
mastani bhabhi --hindi font story
हेलो दोस्तो आपका राज शर्मा एक
मेरा नाम सोनिया, रंग गोरा और ब
ये 1 मंत पहले की बात है. मेरे
जब मेरी निगाह उसके उपर पड़ी तो
undefinedमैं बहुत ही सेक्सी हू
undefinedउसने जब मुझे अपना लंड
वो मुझसे आँखे नही मिला पा रहा
मैने उसका टवल खीच कर फेक दिया.
फिर मैने उसके लंड का टोपा अपनी
अभी 2 मीं भी नही हुए थे की मेर
2-3 मीं बाद मेरा दर्द कुच्छ कम
अभी तक राजू का लंड मेरी छूट मे
मैने राजू का हाथ पकड़ा और उसे