Wednesday, February 18, 2015

Fentency दोस्तों के साथ ट्रिप

Fentency


दोस्तों के साथ ट्रिप

प्रेषक : अमित गुप्ता
प्रिय दोस्तो,
मेरा नाम अमित है, पुणे का रहने वाला हूँ, मेरी उमर 23 साल है, मैं देखने में गोरा हूँ, मेरा लण्ड 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है।
यह मेरी पहली कहानी है। मैंनेहिंदी सेक्सी कहानियाँ पर सभी कहानियाँ पढ़ी हैं। आज मैं अपने जीवन का एक सच्चा किस्सा सुनाने जा रहा हूँ, उम्मीद है आप सभी लोगो यह पसंद आएगा।
यह कहानी लगभग एक साल पहले की है जब मैं गोआ अपने दोस्तों के साथ ट्रिप पर गया था, हम छः लोग थे, 4 लड़के और दो लड़कियाँ उनमें से एक मेरी गर्लफ्रेंड भी थी जिसका नाम शालिनी है। शालिनी की उमर 21 साल है। गोआ में हम एक दोस्त के गेस्ट हाउस में रुके हुए थे।
पहले दिन हम सुबह सुबह उठ कर बीच पर घूमने गये, वहाँ पर हमने खूब मस्ती की और दिनभर समुंदर के पानी में खेलते रहे। हम सब ने खूब मज़ा किया, फिर शाम को हमने समुंदर के किनारे रेत में महल बनाया। रात में हम लोगों ने एक शानदार होटल में डिनर किया और फिर हम गेस्ट हाउस में वापस आराम करने के लिए चले गये।
गेस्ट हाउस में 4 कमरे थे हम 4 दोस्त दो कमरों में और दोनों लड़कियाँ एक कमरे में रुके थे। रात में खाना खाने के बाद मेरे सारे दोस्त सो गये लेकिन मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैं कमरे के बाहर हवा खाने के लिए आ गया।
बाहर देखा तो शालिनी भी वहाँ अकेली ही घूम रही थी। फिर हम दोनों लॉबी में सोफे पर बैठ गये।
मैंने पूछा- क्या हुआ? नींद नहीं आ रही है क्या?
शालिनी- नहीं !
मैं- क्यूँ?
शालिनी- पता नहीं।
मैं- तो आज दिन भर मज़ा आया या नहीं?
शालिनी- हाँ, बहुत मज़ा आया।
मैं थोड़ा डरते हुए- शालिनी आई वांट टू किस यू?
शालिनी शरमाते हुए- हम्म !
मैंने जल्दी से उसके गाल पर किस कर दिया।
शालिनी- बस इतना सा किस?
उसकी यह बात सुनते ही मेरी हिम्मत और बढ़ गई।
शालिनी- मैं भी तुम्हें किस करना चाहती हूँ।
और उसने मेरे होंठों पर शरमाते हुए जल्दी से किस कर दिया।
मैं- बस इतना सा?
शालिनी- तुम से तो अच्छा ही किस किया !
मैं- अच्छा बच्चू !
और मैं उसका चेहरा पकड़ कर उसके होंठ चूमने लगा।
शालिनी- ओहो ! तुम तो बड़े तेज निकले ! गालों से सीधे होंठ पर ! वो भी इतना लंबा किस !
मैं- तुम तो मुझसे भी तेज निकली, मैंने तो गालों से शुरुआत की थी, तुमने तो सीधा होंठों से शुरु किया।
मैं उससे और चिपक कर बैठ गया और अपने हाथ उसकी चूचियों की ओर बढ़ाने लगा।
शालिनी- यह क्या कर रहे हो? कोई देख लेगा।
मैं- अरे यार, यहाँ हमारे सिवा है ही कौन देखने के लिए?
शालिनी- नहीं अगर बाकी लोग बाहर आ गये तो?
मैं- कोई नहीं आएगा।
शालिनी- नहीं बाबा, मुझे शरम आती है।
मैं- अच्छा बाबा, सामने का कमरा खाली है, चलो अंदर चल कर बैठते हैं।
शालिनी- ठीक है।
फिर मैंने उसे गोद में उठा के कमरे में ले जाकर बिस्तर पर लेटा दिया और उसे चिपक कर लेट गया। मैंने धीरे धीरे अपना हाथ उसकी चूचियों के ऊपर रख दिया और उसे धीरे धीरे दबाने लगा।
मैंने अपने हाथ उसके टीशर्ट में डालने के लिए आगे बढ़ाया तो शालिनी शरमाते हुए बोली- नहीं, ऊपर से ही करो !
मैं- अरे पगली, ऊपर से मज़ा नहीं आएगा।
वो मान गई, मैं अपने हाथ उसके टीशर्ट में डाल कर उसकी चूचियाँ दबाने लगा।
शालिनी थोड़ी थोड़ी गरम हो रही थी। फिर मैंने उसकी टीशर्ट उतार दी, उसने काले रंग की ब्रा पहन रखी थी। मैंने वो भी निकाल कर फेंक दी और उसकी चूचियों को चूसने लगा।
शालिनी- ह... आह आ...!
मैं उसकी चूचियाँ और ज़ोर ज़ोर से दबाने और चूसने लगा, धीरे धीरे मैं नीचे आने लगा, मैंने उसकी जीन्स की बटन खोल दी और जीन्स उतारने लगा।
शालिनी- यह क्या कर रहे हो? जीन्स मत उतारो ! कोई आ जाएगा तो बहुत प्राब्लम हो जाएगी।
मैं- तुम कितना डरती हो यार ! कोई नहीं आएगा, सब गहरी नींद में सो रहे हैं।
शालिनी- मुझे डर नहीं लग रहा है, शरम आ रही है।
मैं- ऑश.. तो मैडम को शर्म आ रही है ! इसमें शरमाने की क्या बात है।
और मैंने उसकी जीन्स उतार दी। उसने काले रंग की ही पैन्टी पहनी थी। मैं पैंटी के ऊपर से ही उसकी चूत को मसलने लगा तो मुझे कुछ मोटा मोटा सा लगा तो मैं पैंटी उतारने लगा।
शालिनी- नहीं ! उसे मत उतारो प्लीज़ !
मैंने- क्यूँ? और ये इतना मोटा मोटा क्या है पैंटी के अंदर !
शालिनी- कुछ नहीं !
मैं- बताओ ना बेबी !
शालिनी- तुम तो ऐसे पूछ रहे हो जैसे तुम्हें कुछ पता ही नहीं !
मैंने जल्दी से उसकी पैंटी उतार दी, उसने पैड लगाया हुआ था।
मैं- तुम्हारे पीरियड्स शुरू हैं?
शालिनी शरमाते हुए- हाँ...
मैंने उसके पैड को हटा कर बाहर फेंक दिया, उसकी चूत पूरी क्लीन शेव थी।
मैं- तुम शेविंग करती हो?
शालिनी- हाँ...
मैंने उसकी चूत को सूँघा तो मुझे एक अजीब सी नशीली खुशबू आई, फिर मैंने उसे हाथों से मसलना शुरू किया।
वो थोड़ा थोड़ा गर्म होने लगी, मैं ज़ोर ज़ोर से उसकी चूत मसलने लगा। फ़िर मैंने उसकी चूत को चूसने के लिए जैसे ही अपनी जीभ आगे बढ़ाई,
शालिनी- यह क्या कर रहे हो? मत करो, वो गंदी है।
मैं- अरे बेबी इस में ही तो असली मज़ा है ! एक बार करने तो दो ! तुम्हें भी बहुत मज़ा आएगा।
शालिनी- ठीक है।
मैंने उसकी चूत में अपनी जीभ घुसा कर उसे चूसने लगा वो और गरम होने लगी और उसके मुँह से आ...आआ.... जैसे आवाज़ें निकलने लगी। मैंने करीब 15 मिनट तक उसकी चूत को चूसा।
मैं- बेबी, चलो कुछ नया करते हैं।
शालिनी- मगर क्या?
मैं- मैं अभी आया..
शालिनी- कहाँ जा रहे हो?
मैं- थोड़ा सब्र करो बेबी !
शालिनी- ठीक है..
मैंने जल्दी से कमरे में गया और अपने कमरे से जैम और तेल की बोतल ले आया।
शालिनी- ये किस लिए लाया है?
मैं- मैंने कहा था ना कि कुछ अलग करते हैं।
शालिनी- तो तुम क्या करने वाले हो?
मैं- बस देखती जाओ।
फिर मैंने अपने कपड़े उतार कर साइड में रख दिए। मेरा लण्ड पूरी तरह खड़ा नहीं हुआ था, मैंने कहा- इस मुँह में तो लेना ज़रा !
शालिनी- छी... मैं नहीं लेने वाली तुम्हारा लंड अपने मुँह में।
"अरे डार्लिंग, मुझे पता था कि तुम नहीं लोगी, इसीलिए तो मैं यह जैम की बोतल लेकर आया हूँ।"
शालिनी- मतलब?
मैंने जैम बोतल का ढक्कन खोला और अपने लण्ड उसमें घुसा दिया। जब मैंने लंड बाहर निकाला तो वो पूरी तरह जैम से भरा हुआ था।
मैं- लो बेबी अब चूसो, अब तुम्हें बहुत मज़ा आएगा।
शालिनी- नहीं मैं नहीं चूसने वाली लंड !
मैं- एक बार चूस कर तो देखो बेबी ! बहुत मज़ा आएगा।
वो मान गई और मेरा लंड मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगी, उसे मज़ा आने लगा और वो मेरा लंड ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी जैसे कि अब खा ही जाएगी उसे ब्रेड और जैम समझ कर !
हम दोनों अब 69 की पोज़िशन में थे, वो मेरा लंड और मैं उसकी चूत चूसने लगा। करीब 20 मिनट तक हम एक दूसरी को उसी तरह चूसते रहे। थोड़ी देर में वो झड़ गई और उसकी बुर में से पानी निकलने लगा, उसका स्वाद थोड़ा नमकीन सा था।
मैं- मज़ा आया या नहीं?
शालिनी- हाँ बहुत मज़ा आया ! बस अब तुम जल्दी से मेरी चूत की प्यास बुझा दो ! जल्दी से अपना लंड मेरे चूत में डाल कर उसे शांत कर दो।
मैं- ओह... तुम तो एकदम तड़प रही हो।
शालिनी- अब तुमने इतना गरम कर दिया है कि मुझसे रहा नहीं जाता।
मैं- ठीक है ! लेकिन इतनी जल्दी मैं तुम्हे शांत नहीं होने दूँगा।
मैंने उसे सीधा लेटा दिया फिर तेल की बोतल से उसकी चूचियों पर तेल डाल दिया और उसे ज़ोर ज़ोर से मलने लगा। फिर मैंने अपने लण्ड, जो लोहे की तरह कड़क हो गया था, उस पर तेल लगाया और उसकी चूचियों के बीच में दबा कर हिलने लगा। करीब दस मिनट तक हिलने के बाद मुझे लग रहा था कि अब मैं झड़ने वाला हूँ और मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और थोड़ी देर बाद मैंने अपने लंड को हाथ में पकड़ के ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा और मैंने उसे अपना मुँह खोलने को कहा।
शालिनी- मगर क्यूँ?
मैं- ओह डार्लिंग, तुम सवाल बहुत करती हो, अब जल्दी से अपना मुँह खोलो, तुम्हें मलाई खिलाना चाहता हूँ।
शालिनी- मलाई..
और उसने अपना मुँह जल्दी से खोल दिया, फिर मैंने अपना पूरा वीर्य उसके मुँह में गिरा दिया और उसका मुँह अपने हाथों से जल्दी से बंद कर दिया ताकि वो उसे थूक ना सके।
शालिनी- छी.. मेरा मुँह छोड़ो..
मैं- अब जल्दी से उसे निगल जाओ, बहुत ही टेस्टी है !
और वो उसे पी गई और मैं उसे चिपक कर लेट गया- तो कैसी लगी मलाई?
शालिनी- बहुत ही टेस्टी थी, बहुत मज़ा आया मुझे उसे पीने में। लेकिन तुम तो ठंडे हो गये और मेरी तो आग अभी भी नहीं बुझी है।
मैं- अरे मैं इतने जल्दी ठंडे होने वालों में से नहीं हूँ !
मैंने फिर से उसे मेरे लंड को चूसने के लिए कहा, उसने मेरे लंड को चूसना शुरू किया और थोड़ी ही देर में मेरा लंड फिर से लोहे की तरह कड़क हो गया।
शालिनी- अब और मत तड़पाओ मेरे राजा ! जल्दी से मेरी चूत की आग बुझा दो।
मैं- हाँ जानेमन ! अभी बुझा देते हैं।
मैंने उसकी चूत में तेल डाल कर मेरे लंड को भी तेल से भिगो दिया और लंड उसकी चूत के मुँह पर लगा कर धक्का मारने लगा।
शालिनी- ह..ऑश..राजा जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में घुसा कर फाड़ दो उसे !
और मैं ज़ोर से शॉट मारा तो मेरा पूरा लंड एक ही झटके में अंदर चला गया और उसकी चूत में से खून की धार बहने लगी, वो ज़ोर ज़ोर से चीखने लगी- मर गई....ह....ओह मरी...जल्दी से अपना लंड बाहर निकालो ! मेरी चूत फट गई है !
मैं उसके ऊपर लेट गया और अपने मुँह से उसका मुँह बंद कर दिया और उसके होंठों को चूमने लगा। फिर थोड़ी देर बाद मैंने अपने लण्ड को फिर से अंदर बाहर करने को शुरू किया थोड़ी ही देर में उसकी चीखें सिसकारियों में बदल गई।
शालिनी- आहाः...ऑश... और तेज करो मेरे राजा... आह... ओह... बहुत मज़ा आ रहा है।
उसकी सिसकारियाँ सुन कर मेरी हिम्मत और जोश और बढ़ गया और मैंने अपनी स्पीड और बढ़ा दिया और ज़ोर ज़ोर से अपने लण्ड को उसके चूत के अंदर बाहर करने लगा...
शालिनी- आ....ऊहह....आआआ......ऊऊऊऊ....हह और तेज करो आज मेरे चूत को फ़ाड़ो !
मैं ज़ोर ज़ोर से उसे झटके मारने लगा, करीब बीस मिनट तक मैं उसे उसी स्पीड से चोदता रहा और फिर वो झड़ गई।
फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके मुँह में डाल कर उसके मुँह को चोदने लगा। करीब 10 मिनट तक उसके मुँह में मैं अपना लंड अंदर-बाहर करता रहा, तब मुझे लगा कि मैं अब झड़ने वाला हूँ तो मैं अपना लंड बाहर निकाल कर उसके चेहरे पर अपनी मलाई फैला दी। तभी वहाँ उसकी सहेली रीता अंदर आ गई और उसने हमें देख लिया..









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